Aalu Ki Kheti सभी किसान बंधु अब आलू की खेती करके लाखों रुपए महीना कमा सकते हैं। यदि आपको भी आलू की खेती करने के बारे में जानकारी प्राप्त करनी है। आप भी किसान हैंम और खेती-बाड़ी करने में आपका मन लगता है। तो आप इसे एक बिजनेस के तौर पर उपयोग कर सकते हैं। और आलू की खेती करके लाखों रुपए महीना कमा सकते हैं। ऐसा भारत के बहुत सारे नामी किसान कर भी रहे हैं। और आलू की खेती करके बहुत ही अच्छा मुनाफा कमा रहे हैं। आज किस आर्टिकल में हम आपको आलू की खेती कैसे करनी है। आलू की खेती के लिए उपयुक्त समय आलू की खेती के लिए उपयुक्त मृदा तथा आलू की खेती में सिंचाई कितनी बार होनी चाहिए।
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आलू की खेती करने के लिए उपयुक्त उर्वरक कौन से हैं। इत्यादि के बारे में चर्चा करेंगे। यदि आप भी इन सभी जानकारियों को प्राप्त करने के लिए इच्छुक हैं। तो हमारी इस आर्टिकल को शुरू से लेकर अंत तक पढ़े।
Aalu Ki Kheti भूमि
आलू की खेती करने वाले किसानों को इस बात की जानकारी होनी चाहिए। कि आलू की खेती के लिए उपयुक्त मृदा भूमि और जलवायु कैसी होनी चाहिए। आज हमारे देश में आलू की भारी डिमांड है। आलू के भारी डिमांड होने की वजह से पूरे देश भर में इसकी कीमत में भी आए दिन बढ़ोतरी हो रही है। जिससे किसान बंधुओं को बहुत ही अच्छा मुनाफा कमाने का अवसर भी प्राप्त हो रहा है। बता दें कि आलू की खेती करने के लिए सबसे उपयुक्त मिर्जा बालू मिश्रित दोमट मिट्टी होती है। जिसमें आलू की अच्छी खेती की जा सकती है।
Aalu Ki Kheti जलवायु
आलू की खेती करने के लिए अगर हम उपयुक्त जलवायु के बारे में बात करें। तो आमतौर पर हमारे यहां आलू की खेती रबी फसल के साथ यानी कि गेहूं के फसल के साथ ठंडी के मौसम में की जाती है। और इस मौसम में जलवायु 25 से 30 डिग्री सेल्सियस के बीच में रहे तो सभी किसान बंधुओं को आलू की अच्छी उपज प्राप्त होगी। और आलू की अच्छी उपज प्राप्त होने का मतलब है। कि किसान बंधु इससे अच्छा प्रॉफिट कमा सकते हैं।
Aalu Ki Kheti खेती की तैयारी
आलू के खेत को तैयार करने के लिए किसान बंधुओं को आलू के खेत को कम से कम चार से पांच बार जुताई करनी चाहिए। और संभव हो तो हर जोताई के लिए किसान बंधु मिट्टी पलटने वाले हर का उपयोग करें। हर जताई के बाद किसान बंधु मिट्टी को अच्छे तरीके से जैविक उर्वरक के साथ भुरभुरा बना ले ताकि आलू के कंधों का विकास अच्छे तरीके से हो पाए। और सभी किसान बंधुओं को फसल की उपज अच्छी मिले।
Aalu Ki Kheti बोआई का समय
देश के लाखों किसान आलू की खेती करके अच्छा मुनाफा कमा रहे हैं। अधिकतर किसानों के मन में यह प्रश्न होता है। कि आलू की खेती करने के लिए उपयुक्त समय क्या होना चाहिए बता दे कि जैसा कि हमने पहले भी बताया हैम कि आलू हमारे यहां रवि फसल के साथ बुरा जाने वाला सब्जी फसल है। आलू की मुख्य रूप से सितंबर से लेकर नवंबर के बीच में की जाए तो इसमें अच्छी प्रॉफिट तथा पक्षी उपज प्राप्त किए जा सकते हैं।
Aalu Ki Kheti में सिंचाई
सभी किसान बंधुओं को आलू की खेती में सिंचाई कब करनी चाहिए इसके बारे में प्रश्न लगातार पूछे जाते हैं। यदि आपने भी आलू की खेती कर रखी है। और आपने उसके सिंचाई को लेकर के परेशान हैं। तो आपको बता दें कि आलू की खेती में ज्यादा सिंचाई करने की आवश्यकता नहीं होती है। कई बार ऐसा देखने को मिला है कि आलू के कंधे तैयार हो जाने के बाद किसान बंधु उसी सिंचाई कर देते हैं। जिस वजह से आलू के कंधे सड़ने लगते हैं। इसलिए आपको आलू की खेती में सिंचाई करते वक्त सही मार्गदर्शन और किसान सलाहकार के से सलाह लेनी चाहिए।
Aalu Ki Kheti निराई
आलू की खेती करने वाले सभी किसानों को आलू के बने हुए खेत में समय-समय पर निराई करते रहना चाहिए। निराई का अधिकतर समय 25 से 30 दिन का अंतराल होना चाहिए। 25 से 30 दिन के भीतर सभी किसान बंधु अपने खेत पर उपज ने वाले खरपतवार को हाथों से चुनकर निकाल दें इससे तैयार होने में ज्यादा समय नहीं लगेंगे। और जितने भी उर्वरक तथा खाद का असर है। वह पूरा लाभ आलू के फसल पर ही मिलेगा।
Aalu Ki Kheti महत्वपूर्ण जानकारी
आलू की खेती करने के लिए किसान बंधुओं को और भी बहुत सारी महत्वपूर्ण जानकारियों की आवश्यकता होगी। जो जानकारी आप यह नीचे दिए गए महत्वपूर्ण लिंक से प्राप्त कर सकते हैं। आप किसी भी तरीके से आलू की खेती करने के लिए अपने किसान मित्र सलाहकार से मदद अवश्य लें और उनके देखरेख तथा निगरानी में आलू की खेती करें।
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